ई मंडी प्रोजेक्ट का दिल्ली से आई केंद्रीय टीम ने किया निरीक्षण
नवीन कुमार शर्मा /आष्टा की आवाज
आष्टा आष्टा कृषि उपज मंडी में ई मंडी प्रोजेक्ट व्यवस्था जहां लागू हो अमल में आ गई, वही इस नई व्यवस्था को समझने और कमियों को जानने भर के लिए आज केंद्रीय 10 सदस्यो का एक दल आष्टा मंडी का जायजा लेने आ गया, पिछले एक सप्ताह से ताबड़ तोड़ , रंग रोगन, साफ सफाई आदि जिस तरह से चल रही थी उससे यह तो अंदाज हो रहा था की जरा सी लापरवाही स्थानीय मंडी प्रशासन के घातक भी सिद्ध हो सकती थी। दिल्ली सेआए इस केंद्रीय दल ने किसानों द्वारा उपज विक्रय हेतु मंडी में प्रवेश करने
से लगाकर उपज विक्रय के बाद उसकी तोल , के अलावा व्यापारी के द्वारा किस तरह से भुगतान दिया जाता है, आदि पूरी ई मंडी प्रोजेक्ट व्यवस्था के तहत जानकारियां प्राप्त की। साथ ही किसानों से उनकी उपज तुलाइ के लिए व्यापारियों द्वारा काटी जाने वाली मजदूरी पर एतराज जताया,वही प्रांगण में अन्य व्यवस्थाओं के लिए भी कुछ सुझाव दिए । कुछ किसानों ने भी इस केंद्रीय दल से मिलने और अपनी बेसिक समस्याओं का जिक्र करने का प्रयास किया किंतु वंचित रहे, और प्रायोजित कलाकारों से केंद्रीय दल की संतुष्ट करने का मंडी प्रशासन सफल रहा। आज जिस तरह से प्रांगण में समूची व्यवस्थाएं संसाधन चाक चौबंद कर जिस तरह से वास्तविकता को छुपाने का प्रयास किया जा रहा था , वह साफ दिखाई दे रहा था। दिल्ली से आए केंद्रीय दल के साथ मध्य प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड भोपाल के प्रबंध संचालक श्रीमन शुक्ल, सयुक्त संचालक ऋतु चौहान, सीहोर जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह, के साथ अन्य वरिस्थालय से आए अधिकारी कर्मचारी शामिल रहे,
स्थानीय स्तर पर समूचे मंडी प्रशासन, के साथ मंडी भारसाधक अधिकारी और एसडीएम आनंद सिंह राजावत, और स्थानीय पुलिस प्रशासन मौजूद रहा,