शिक्षा विभाग के नए नए नियमों से अशासकीय स्कूल संचालकों की बड़ी समस्याएं ।
क्षेत्र के विधायक के पास पहुंचे नगर के स्कूल संचालक नियमों में शिथिलता लाने की लगाई गुहार ।
आष्टा की आवाज / नवीन कुमार शर्मा
आष्टा - जिले के शिक्षा विभाग द्वारा रोज नए नए नियमों से अशासकीय स्कूल संचालक समस्याओं से जूझ रहे हे वर्षों से संचालित अशासकीय स्कूल जो अपनी मान्यता नवीनीकरण हेतु आवेदन कर रहे हे जिनमें रजिस्टर्ड किरायनामा, एफडी जैसे कठोर नियम लागू किए गए हे जिसको लेकर अशासकीय विद्यालय संगठन लगातार शिक्षा मंत्री,जिला शिक्षा अधिकारी,क्षेत्र के विधायक,से अपनी समस्याओं के लेकर गुहार लगा चुके हे पर सुनवाई के नाम पर सिर्फ ओर सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा हे मान्यता नवीनीकरण हेतु लगभग 1 माह का समय दिया गया हे जिसमें इतने नियमों का पालन करना मुश्किल हे ।
इस गंभीर विषय से जब पूरे प्रदेश में अलग अलग स्थानों पर क्षेत्रों के विधायकों से चर्चा की गई तो उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और नियमों में शिथिलता लाने की बात कही सीहोर विधायक श्री स्वदेश राय ने इस पर संज्ञान लेते हुए कहा की पूर्व के नियमों के आधार पर ही इस वर्ष भी मान्यता नवीनीकरण की जाए । आष्टा विधायक श्री गोपाल सिंह इंजीनियर से जब नगर का विद्यालय संगठन मिला तो उन्होंने समस्या को समझते हुए कहा कि में शीघ्र ही शिक्षा मंत्री महोदय से मिलकर इन समस्याओं का निराकरण करने का आग्रह करूंगा ।
यह समस्या इतनी बड़ी हे कि पूरे प्रदेश में लगभग 28000 स्कूलों की मान्यता नवीनीकरण होना हे लेकिन इतना समय निकलने के बाद भी आज दिनांक तक लगभग 900 स्कूलों ने ही आवेदन किया हे जो शिक्षा विभाग के लिए चिंता का विषय होना चाहिए ।
बतादे की पूरे प्रदेश में कुल विधार्थियों में से 75 % विधार्थी अशासकीय विद्यालयों में पड़ते है यदि इन समस्याओं के कारण स्कूल आवेदन नहीं कर पाता हे तो कितने विद्यार्थी शिक्षा से वांछित हो सकते हे पर शिक्षा विभाग आंखें मूंद कर बैठा हे पर विधार्थियों और स्कूलों की समस्या किसी को नहीं दिख रही
पूर्व में भीं जब मान्यता नवीनीकरण की गई थी तब स्कूल का निरीक्षण कर इन्हीं जिम्मेदार अधिकारियों ने मान्यता दी थी तो बार बार वही कागज देखने की ओर मांगने की वजह समझ से परे हे