राहगीर हो रहे परेशान मूक दर्शक बनी नगर पालिका
आष्टा की आवाज/नवीन कुमार शर्मा
आष्टा - नगर के हृदय केंद्र कहे जाने वाले बड़े बाजार की व्यवस्था इतनी बदतर हो चुकी हे कि देखने से लगता हे यहां रास्ता हे ही नहीं सिर्फ पार्किंग ओर दुकान हे आने जाने के लिए किसी भी प्रकार की जगह नहीं बची कुछ दुकानों के हाल तो ये ही की सुबह से शाम तक दुकानों के बाहर बाइक शो रूम की तरह सजी धजी खड़ी रहती हे जिससे आने जाने वाले राहगीरों को बचते बचाते निकलना पड़ता हे दुकानदारों को सिर्फ अपना मॉल बेचना हे दुकान के बाहर खड़ी गाड़ियों से आवागमन बाधित हो तो हो ।
कुछ दुकानों की प्रदर्शनी तो बिजली के खंभों तक फैली हे जिससे दूसरी ओर का रास्ता तक नजर नहीं आता जहां आएदिन हादसे होते रहते हे । जो शायद नगर पालिका को नजर नहीं आ रहे जब नगर के मध्य ये हाल हे तो आप अंदाजा लगा सकते हे कि नगर के अन्य क्षेत्रों की क्या स्थिति होगी पर नगर पालिका प्रशासन इन्हें देखने में असहाय नजर आ रहा हे और इस प्रकार का अतिक्रमण आगे किसी बड़े हादसे या खतरे की आहट का अहसास भी करा रहा हे जिसके लिए शायद टैक्स की उगाई करने में व्यस्त नगर पालिका प्रशासन तैयार भी नहीं हे