डमी प्रवेश देकर बड़ा रहे छात्र संख्या विधार्थी की एक साथ दो जगह लग रही उपस्थिति बिना परीक्षा दिए ही वर्षों से पास हो रहे विधार्थी ।
शिक्षा विभाग की पोल खोलती बड़ी खबर
आष्टा की आवाज/नवीन कुमार शर्मा
आष्टा - शिक्षा विभाग में बढ़ती अनियमिताओं ओर भ्रष्टाचार अपने उर चरम पर हे शासकीय शालाओं में वे बच्चे भी दर्ज हे जो कभी स्कूल की बाउंड्री में भी नहीं गए ओर हद तो तब हो गई की जब जानकारी निकाली तो पता चला कि ये बच्चे हर वर्ष परीक्षा भी देते हे और पास भी हो जाते हे इनका मध्याह्न भोजन भी रोज बनता हे और वे बच्चे रोज भोजन ग्रहण करते हे पुस्तके,ड्रेस ओर बाकायदा छात्रवृत्ति भी मिलती हे कुछ बच्चे तो एक साथ एक ही वर्ष में दो कक्षा पास कर चुके हे जब हमने इसकी पड़ताल की तो पता चला की कई विद्यार्थी इस शाला में ऐसे हे जिनके डमी नाम चलाए जा रहे हे जब हमने प्रधानाध्यापक से ये सब जनना चाहा तो श्रीमान जी अगल बगल झांकने लगे और अपनी गलतियों पर पर्दा डालने के लिए तरह तरह की बातों से हमें घुमाने का प्रयास करने लगे पर सच तो यही हे जो विधार्थी दूसरे स्कूल में प्रवेश लेकर पढ़ाई कर रहे हे वहां रोज अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हे वो शासकीय स्कूल में कैसे उपस्थित हो सकते हे इसे जादू कहे या श्रीमान जी की कलाकारी जो अपने हिसाब से ही बच्चों की उपस्थिति लगा रहे हे शिक्षा विभाग में इस प्रकार के खेल आपको हर कही देखने को मिल जाएंगे लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी या तो इन्हें बचाने का प्रयास करते हे और तुंरत कागजों में सुधार करा कर अपने विभाग की गलतियों पर सफेदा लगाते हे ये जिम्मेदार किस लिए बने बैठे हे जिन्हें ये नहीं पता कि इनके विभाग में क्या क्या गड़बड़ी चल रही हे या फिर सब इनके कहने पर ही होता हे जिसका जवाब तो शिक्षा विभाग ही दे सकता हे समाचार पत्रों में आप अक्सर इस प्रकार की खबरों को पढ़ते होंगे पर कभी किसी भी जिम्मेदार पर कार्यवाही हुई ऐसी कभी खबर नहीं पड़ी होगी उसका कारण ही यही हे कि उन पर कोई कार्यवाही होती ही नहीं हे जिससे कहने में गलत नहीं होगा कि पूरे कुएं में ही भांग घुली हे