किले पर मंडराता खतरा अतिक्रमणकारियों के कारण संकट में किला वासी ।
प्रशासन की नाकामी के आगे बेखौफ अतिक्रमणकारी ।
आष्टा की आवाज/नवीन कुमार शर्मा
आष्टा - नगर के सबसे प्राचीन क्षेत्र किला जहां माना जाता हे कि नगर के निर्माण के समय से ही यहां रहवासी निवास कर रहे हे पर एक मिट्टी के ढेर पर बसा हजारों परिवार का निवास स्थान किला आज की स्थिति में बहुत खतरे की स्थिति में नजर आ रहा हे जिसका मुख्य कारण हे किले की ढलान पर निवास करने वाले अतिक्रमणकारी जिन्होंने प्रशासन और अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर मिट्टी को काट काट कर अवैध रूप से अतिक्रमण कर रहे हे जिससे उनके ऊपर निवास करने वाले परिवार संकट में आ रहे हे पिछले कुछ वर्ष पहले ऐसा ही एक हादसा किले पर हो चुका हे जिसमें एक महिला की मौत भी हुई थी पर अपनी आंखों को मूंद कर बैठा प्रशासन अगले भयानक हादसे के इंतजार में हे आखिर कब रुकेगा इस प्रकार से हो रहा अतिक्रमण ।
ऐसा ही ताज़ा मामला सामने आया हे जिसमें नगर के ही एक युवा ने एक अतिक्रमणकारी की शिकायत नगर पालिका से लेकर तहसील कार्यालय तक की पर कई सप्ताह बीतने के बाद भी आज तक गहरी नींद में सोया प्रशासन जगा नहीं ।
उक्त अतिक्रमण कारी की नगरपालिका में कितनी भूमि दर्ज हे और कितनी भूमि पर भवन का निर्माण हे क्यों तहसील कार्यालय उक्त अतिक्रमण कारियो की भूमि का सीमांकन नहीं करा रहा प्रार्थी द्वारा इस प्रकार के सभी अवैध निर्माण के खिलाफ आवेदन दिए गए हे जिन पर सुनवाई तो दूर की बात प्रार्थी द्वारा 181 पर की गई शिकायत को भी दबाव बनाकर कटवाने की कोशिश कर रहे हे