आष्टा
*पुष्प सेकेंडरी स्कूल फिर सुर्खियों मे
*पीड़ित शिक्षिका ने थाने जाकर शिकायती आवेदन देकर की कार्यवाही की मांग
*नवीन कुमार शर्मा/ आष्टा की आवाज *
आष्टा - ईसाई मशीनरी द्वारा संचालित पुष्प हायर सेकेंडरी स्कूल प्राचार्य की हठधर्मिता और मनमानियो को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में आ गया हे।,
फादर मेलविन सीजे के कार्यकलापों से द्रवित और पीड़ित एक शिक्षिका द्वारा आष्टा थाने में जाकर एक शिकायती आवेदन देते हुए बताया की जब से यह मेल्विन सी जे पदस्थ होकर आए है स्कूल में अच्छे लोगो का कार्य करना दुभर हो गया हे साथ ही उप प्राचार्य पर पदस्थ मिस टीना भी पूरी तरह से प्राचार्य द्वारा की जा रही प्रताड़ना में सहयोगी रहती है। , अपने ऊपर लगने वाले झूठे आरोपों से तंग होकर पूर्व में बीते वर्षों में भी काबिल कुछ महिला शिक्षक नोकरी छोड़ जा चुकी हैं, या उन्हे स्कूल छोड़ने पर विवश कर दिया हे,। ऐसा में नही कह रही हूं बल्कि पिछला स्कूल का रिकार्ड स्वयं बोल रहा है।
पीड़ित ने अपने आवेदन में बताया की वह एक सीनियर टीचर है , में अनेकों वर्षो से इस स्कूल में सेवा दे रही हूं,, मेलविन सीजे से पूर्व फादर ने मुझे डिमांड कर मुझे यहां बुलाया था क्योंकि में शिक्षा विभाग की नियमो को भलीभांति जानती वा समझती हूं, किंतु नियमो से हट कर मेलवीन सीजे द्वारा मुझे लिखित आदेश जारी कर जान बुझ कर मेरी ड्यूटी चल रही परीक्षाओं में मेरा बेटा जिस रूम में होकर परीक्षा दे रहा हे, उस रूम में लगाई गई और जब मेने निवेदन कर आदेश मानने से इंकार कर दिया , तो मुझे जबरन आदेशित कर ड्यूटी करने पर मजबूर किया, जिससे की मेरे बेटे की परीक्षा प्रभावित हो। प्राचार्य ने अपनी हठधर्मिता je चलते की मुझे मजबूर किया की में मेरे बेटे के परीक्षा रूम में ही ड्यूटी करू ताकी मेरा बेटा पूरे परीक्षा के समय खोफ जदा होकर परीक्षा में फेल हो जावे। वही दूसरी तरफ मुझ सीनियर टीचर को 12वी क्लास से हटा कर निचली क्लासो में अटैच कर दिया और मनमाने तरीके से मुझसे जूनियर को 12वी क्लास का प्रभारी बना दिया, साथ ही उप प्राचार्य के पद से भी मुझे हटा कर मेरे से जूनियर को पदस्थ कर दिया, यह सब चुटीकारिता का परिणाम है ।इन सारे कार्यकलापों के पीछे क्या कारण हे, किसी से छुपा नहीं हे ,आज भी में अपना जवाब के साथ जब प्राचार्य मेल्विन सीजे के कक्ष में गई तो मेरे हाथ से पत्र छुड़ा का फाड़ दिया जिसका आधा टुकड़ा मेरे पास है, जो गवाही दे रहा हे की किस तरह से मेलविन् सीजे दुर्व्यवहार करते है पत्र की छीना झपटी में मेरे हाथ में चोट भी आई है, आज में मजबूर होकर थाने आई हूं, ताकि प्रशासन को भी जानकारी हो जावे की ईसाई मशीनरी के इस पुष्प सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य मेलविन सीजे की किस तरह से दादागिरी और हठधर्मिता चल रही है,पिछले समय ने जिस तरह से फादर ने मनमानी कर एक शिक्षिका को प्रताड़ित किया था और उस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई , जिससे की इनके हौसले पूरी तरह से बुलंद है,आज हुई घटना भी इसी की परिणीति है,पर विचारणीय है की आखिर कब तक प्रताड़ना का शिकार होते रहेंगे ? और फादर मेलविन सीजे मनमानी कर प्रताड़ित करते रहेंगे ?
मीडिया से बात करते हुए पीड़ित शिक्षिका ने बताया की जब से मेलविन सीजे इस स्कूल में आए हे,स्कूल की छवि सिरे से खराब हो रही है, वही स्टाफ भी खासा परेशान रहता है, आपको बता दूं की मेरा साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना यह पहली नही हे, इससे पहले भी काबिल टीचर इनकी हठ धर्मिता और कार्यकलापों से परेशान होकर या तो स्कूल छोड़ चुकी है या हटा दी गई है ।
स्वाभाविक है मुझे भी आज मजबूर होकर नयाय मांगने आष्टा थाने आना पड़ा है , में भी जानती हु , की मुझे भी मेलविन सीजे स्कूल से हटा देंगे, क्योंकि उनके पास काबलियत या अनुभव का कोई महत्व नहीं हे, उन्हे सिर्फ चाटुकार लोग चाहिए जो उनकी हर पल हां मिलाते रहे , गलत बात जो भले ही स्कूल के हित में न हो अगर मेलविन की बात नही मानी तो वे अपने तरीके से मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं, यही आज मेरे साथ हो रहा है , जबकि इस तरह की घटनाओं से स्कूल स्टाफ भी डर कर कार्य करता है , वही सबसे प्रमुख बात यह भी है की स्कूल में पड़ने वाले बच्चो पर भी अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता है, अगर ऐसा ही माहोल रहा या आगे भी मेलविन्न सीजे इस स्कूल में ही पदस्थ रहे तो स्कूल के काबिल टीचर सेवा नही दे पाएंगे, और इसका बच्चो के केरियर पर भी सीधा प्रभाव पड़ेगा ? यानी बच्चो का भविष्य भगवान ही जाने ?
*पीड़ित टीचर के आवेदन पर आष्टा थाने के निरीक्षक का यह कहना है की*
पूस्प हायर सेकेण्डरी स्कूल की एक टीचर का शिकायती आवेदन आया हे उल्लेखित बिंदुओं पर जांच की जावेगी, साथ ही जो बिंदु विभागीय स्तर के है उनकी जांच पड़ताल के लिए हम जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र के साथ लिखित में भेजेंगे।
*प्राचार्य मेलविन सीजे का कहना है की*
जब स्कूल के प्राचार्य मेलविन सीजे से फोन पर बात की तो उन्होंने पीड़ित द्वारा लगाए आरोपों को सिरे से खारिज तो कर दिया साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया की मेरे स्कूल में कोई बाध्यता नहीं हे, स्कूल स्टाफ के अनेकों बच्चे सभी कक्षाओं में पड़ते है और हम इस नियम का पालन नहीं करते हैं, यहां मेरा आदेश हो सर्वोपरि है। वही पीड़ित के हाथो से कागज फाड़ना भी स्वीकार कर रहे है ।
साथ ही बीते वर्षों में अन्य शिक्षकों के साथ हुई घटनाओं को लेकर पूछा तो मेलविन का जवाब था की पहले जो भी हुआ, हो गया, मगर आज इस शिक्षिका को थाने नही जाना था इसने मेरे आदेश की अवेहलना की है जो कतई ठीक नही है। फादर के बयान से किसी हद तक प्रतीत होता है की वर्तमान में स्कूल का एडमिनिस्ट्रेशन कैसा है ?
अब देखना होगा की विभागीय नियमो की अवेहलना पर विभाग क्या कार्यवाही करता है ?और पुलिस थाने दिए आवेदन पर शिक्षिका को न्याय मिलेगा या पिछली टीचरों की तरह इसे भी अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा ?