जांच के बाद सील हुआ एप्पल हॉस्पिटल फिर हुआ शुरू
एक गरीब के बच्चे की मौत के बाद जांच में ऐसा क्या पाया कि सील किया एप्पल अस्पताल को उस ही प्रशासन ने खोलने के आदेश कर दिये,राष्ट्रीय बजरंग दल ने इस मामले में उठाये गम्भीर सवाल सौपा ज्ञापन उच्च स्तरीय हो जांच। आष्टा की आवाज / नवीन कुमार शर्मा
आष्टा । सीहोर रोड पर स्तिथ प्राइवेट एप्पल अस्पताल में पिछले दिनों एक गरीब परिवार के बच्चे की मौत के बाद परिजनों द्वारा एसडीएम को शिकायत की गई थी कि उसके बच्चे की मौत इलाज में लापरवाही से हुई है,इस शिकायत पर एसडीएम के निर्देश पर प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के दल ने मौके पर पहुच कर जांच की थी जांच में कई कमियां,लापरवाही सामने आने पर मौके से रिकार्ड आदि जप्त कर अस्पताल को सील किया गया था। जिस अस्पताल को सील किया मतलब गम्भीर कमियां,लापरवाही,अनियमितताए मिली थी तभी दोनों विभागों के संयुक्त दलों द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों को जानकारी देने के बाद ही एप्पल अस्पताल को सील किया गया था। जांच के दौरान जो अधिकारी गये थे उन्होंने भी मौके पर पहुची प्रेस को जानकारी दी थी जो सब ऑन रिकार्ड है। लेकिन जिस अस्पताल को गम्भीर शिकायतों के बाद,अनियमितताओं के कारण सील किया वो सब अचानक कैसे ठीक ठाक हो गई,पीड़ित परिवार जिसने खुद एसडीएम को शिकायत की थी वो कैसे मौन हो गया,कैसे समझौता हो गया,कैसे प्रशासन-स्वास्थ विभाग संतुष्ट हो गया ये पूरे जिले में चर्चा का विषय बन कर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया जो आज तक चल रहा है,ओर वो चलता भी रहेगा। अब इस मामले को लेकर राष्ट्रीय बजरंग दल के अध्यक्ष कालू सोनी ने एक ज्ञापन एसडीएम को सौपा ओर मांग की की एक बच्चे की मौत के बाद उक्त एप्पल अस्पताल में जांच के दौरान कौन कौन से अनियमितता कमियां पाई गई थी जिसके कारण उक्त अस्पताल को प्रशासन के निर्देश पर जांच टीम ने अस्पताल को सील किया था। जो कमियां अनियमितताए अचानक कैसे दूर हो गई जो सील किया अस्पताल खोल दिया गया। उक्त पूरे मामले में अगर दो दिनों में जांच रिपोर्ट का खुलासा नही किया,पुनः उसकी उच्च स्तर पर जांच नही कराई गई तो राष्ट्रीय बजरंग दल इस मामले को मुख्यमंत्री,स्वास्थ मंत्री तक ले जायेगा एवं तहसील के सामने धरना शुरू किया जायेगा।